आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे बैठे जीने का सहारा हो गया
गाते हो गीत क्यों, दिल पे क्यों हाथ है
खोए हो किस लिए, ऐसी क्या बात है
ये हाल कब से तुम्हारा हो गया
चलते हो झूम के, बदली है चाल भी
नैनो में रंग हैं, बिखरे हैं बाल भी
किस दिलरुबा का नज़ारा हो गया
अपना वो ज़ोर है, अपना वो शोर है
हम को है सब पता, दिल में जो चोर है
ये चोर कैसे गँवारा हो गया
कैसा ये प्यार है, कैसा ये नाज़ है
हम भी तो कुछ सुने, हम से क्या राज है
अच्छा तो ये दिल हमारा हो गया